BHAGAT SINGH QUOTES IN HINDI

“यदि वीर भारती ने हमें निजी जीवन को छोड़कर राष्ट्र को सेवा करने का आह्वान किया है, तो हमें इसे हर कीमत पर स्वीकार करना चाहिए।”

“मैं अपना स्वतंत्रता संग्राम एक कीमत नहीं मानता, इसे मेरे वास्तविक स्वभाव का अभिव्यक्ति मानता हूँ।”

“स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन न्योछावर करने का अवसर बहुत ही कम होता है, और मैं इसे गर्व से स्वीकार करता हूँ।”

“मैं ना तो ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता चाहता हूँ, और ना ही अपने देश के प्रति विद्रोह चाहता हूँ, मैं स्वतंत्र भारत की आवाज बनना चाहता हूँ।”

“अगर मौत से डरते रहेंगे तो जिन्दगी कभी भी अपनी सच्ची मानवीय मुक्ति की ओर नहीं आ सकेगी।”

“जो आपके साथ आदान-प्रदान नहीं कर सकता, वो आपके लिए साथ नहीं दे सकता।”

“अगर आप अपने लक्ष्य की भावना रखते हैं, तो आप हमेशा अपने लक्ष्य में सफल होंगे।”

“गर्व करो कि आप एक भारतीय हो, राष्ट्र को स्वतंत्र कराने का अभिमान करो।”

“आपकी मानसिकता आपके कार्यकलापों को निर्धारित करती है, इसलिए सकारात्मक मानसिकता बनाए रखने का प्रयास करें।” “कर्म करे बिना अपने उद्देश्य में सफलता नहीं मिल सकती है।”

“जीवन का तात्पर्य न केवल जीने से है, बल्कि उच्च और महान कार्यों को पूरा करने से है।”

“कोई भी आंकड़ा इंसान का दिमाग और पक्षपात की दुनिया के मध्य टिका नहीं सकता।”

“शिक्षा अंधकार से प्रकाश की ओर अग्रसर होती है, इसलिए हमेशा ज्ञान की तरफ बढ़ते रहें।” INNER STRENGTH YOGA QUOTES

“स्वतंत्रता हमारी बुनियादी हक़ है, और हमें इसे स्वयं हासिल करना होगा।”

“यदि हमें उच्चतम आदर्शों को प्राप्त करना है, तो हमें उन्हें प्राप्त करने के लिए पहले अपने आदर्शों के प्रति समर्पित होना होगा।”

“संघर्ष का मूल मकसद उन्नति और स्वतंत्रता है, और हमारा कर्तव्य है उन्नति और स्वतंत्रता के लिए प्रयास करना।”

“हमें अपने शक्तिशाली विचारों को व्यक्त करने की आवश्यकता है, क्योंकि सोच की ताकत अती उच्च होती है।”

“विद्रोह संग्राम का आधार नहीं होता, यह उन्नति की मांग के प्रत्याशा होता है।”

“समाज में परिवर्तन लाने के लिए, हमें स्वयं परिवर्तन करने की आवश्यकता होती है।”

“उपन्यास लिखना आत्मरक्षा का कार्य नहीं होता, बल्कि एक समाजिक आंतरविद्यालय का कार्य होता है।”

“भाषाभेद और धर्म-पंथ विवादों का त्याग करके हम स्वतंत्र विश्व का निर्माण कर सकते हैं।”

“हमें स्वयं विचार करने की शक्ति देने वाले देवता की भक्ति करनी चाहिए, न कि पदों और स्थानों की भक्ति करनी चाहिए।”

“स्वतंत्रता छोड़िए, तो अपनी मुक्ति चिन्तन करने की कष्ट व्यर्थ हो जाएगी।”

“चाहे जितना साहसिक हम बन गए हों, हमेशा धैर्य और न्यायशील होने का प्रयास करें।”